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द गर्ल इन रूम 105

चंदन अरोरा का चेहरा देखने से तो यह फिर भी बेहतर है। है, उस तरफ देखना नहीं, लेकिन अब बो सरदार कुछ ज्यादा एक्साइटेड हो गया है।' 'अगर हम भी उसी पोज़ में सेल्फी लेने की कोशिश करें तो?" मैंने कहा।


तीन दिन बाद जाकर एक केवल ऑपरेटर हमारे लिए फ़रिश्ता बनकर सामने आया। “फरजाना लोन, ना? वो रेसीडेंसी रोड पर उस लाल बिल्डिंग में रहती हैं। बर्ड फ़्लोर, ' उसने कहा

"वो हमेशा देरी से बिल के पैसे चुकाती है। मैं जानता हूँ। भरोसा करो।'


हमने दरवाज़े की घंटी बजाई। कोई पचास साल की एक औरत जो सिर से पैर तक बुरके से डंकी थी और जिसका केवल चेहरा दिखाई दे

रहा था. ने दरवाजा खोला।

"जी, जनाब?"

"फरजाना मैम"

"जी।' *मैं केशव हूँ। जारा का दोस्त

उन्होंने बिना कुछ कहे हमें सिर से पैर तक देखा।

'आपकी बेटी, जारा?" मैंने कहा मुझे सौतेली बेटी कहना चाहिए था, लेकिन मैं यहां बहुत टेक्निकल नहीं

होना चाह रहा था।

वे दरवाज़ा रोककर खड़ी रहीं और सोचती रहीं कि अब क्या करना है। शायद आपको मेरी याद नहीं। मैं कॉलेज में उसके साथ पढ़ता था, मैंने कहा। 'जारा अपने अब्बा के साथ पंद्रह साल पहले यहां से चली गई थी। उसके बाद उसका क्या हुआ, मुझे नहीं

मालूम।'

"मुझे पता है। वो आपके बारे में बातें करती थी और सिकंदर के बारे में भी।" "आप क्या चाहते हैं? जारा तो अब नहीं रही।' "क्या हम अंदर आकर आपसे बात कर सकते हैं?"

"किस बारे में?"

"जारा और सिकंदर के बारे में हम आपसे कुछ शेयर करना चाहते हैं।" ये कौन है?" उन्होंने सौरभ की ओर इशारा करते हुए कहा। 'ये मेरा सबसे अच्छा दोस्त सौरभ है। हम दिल्ली से आए हैं। आपका पता लगाने में हमें एक हफ़्ता लग

गया है।"

उन्होंने आंखें सिकोड़ ली।

कहीं तुम लोग आर्मी ने तो नहीं? तुम झूठ तो नहीं बोल रहे ?"

'नहीं, आटी, मैंने कहा और अपना पर्स निकाल लिया। 'ये देखिए, आईआईटी से मेरा स्टूडेंट आईडी । जारा

इसी कॉलेज में पढ़ती थी। और ये मेरा ताज़ा विज़िटिंग कार्ड में एक कोचिंग इंस्टिट्यूट में पढ़ाता हूं।"

वो असमंजस में पड़ी रहीं। मैंने अपना फोन निकाला और पांच साल पुरानी तस्वीरें बंगालने लगा। 'ये देखिए आंटी, जारा और मैं कॉलेज कैंटीन में।" उस तस्वीर में जारा और मैं अपने बोर्नविटा के कप के साथ पोज़ दे रहे थे। हम दोनों की ही अगले दिन

इंडिविजुअल अगाइनमेंट्स की डेडलाइन थी। हमने सुबह तक काम किया था और काम ख़त्म करके बिस्तर में घुस

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गए थे और दोपहर तक सोते रहे थे।

मेरा सिर चकराने लगा। जब मैं ज़ारा को भूल ही नहीं पा रहा था तो आगे कैसे बढ़ सकता था? मैंने कसम खाई कि मैं उसकी सभी तस्वीरें डिलीट कर दूंगा। "अंदर आ जाइए। मेरा घर बहुत छोटा-सा है. माइंड नहीं कीजिएगा, फरजाना ने कहा।

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